Tuesday, March 22, 2016

होली


आज फिर से लो आ गई होली।

फिर रँगों में नहा गई होली।

हमको सब्रो-सुकूँ-मुहब्बत का,

पाठ फिर से पढ़ा गई होली।

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होली की ढेर सारी शुभकामनायें

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-कुँवर कुसुमेश

4 comments:

  1. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 24-03-2016 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2291 में दिया जाएगा
    धन्यवाद

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  2. सुन्दर पंक्तियाँ

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  3. रंगोत्सव के पावन पर्व पर हर्दिक शुभकामनायें...सार्थक प्रस्तुति...

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